Monday, May 30, 2011

याद रह जायेंगे तेरे काँटों वाले हाँथ


"भर जायेंगे ज़ख्म भी वक़्त के साथ,
याद रह जायेंगे तेरे काँटों वाले हाथ,
जिसने रह रह कर मेरे जख्मों पर चुभाये हैं."

Sunday, May 22, 2011

अश्क निशानी

"हथेली पर मेरी छोड़ गए,कुछ बूंद वो अश्क निशानी,
अश्कों से ही तो बनी थी,अपनी उनकी कहानी.

"रजनी "