"टकरा कर भी पत्थर से हम टूट ना पाए,
कुछ तो एक ठोकर से ही बिखर जाते हैं. ."
"भूल ना करना डूबने की,
नमी देखकर आँखों की,
मासूम नहीं अंगार हैं निगाहें,
डूबे तो जलोगे नहीं चटक जाओगे. "
कुछ तो एक ठोकर से ही बिखर जाते हैं. ."
"भूल ना करना डूबने की,
नमी देखकर आँखों की,
मासूम नहीं अंगार हैं निगाहें,
डूबे तो जलोगे नहीं चटक जाओगे. "
.बहुत सुन्दर भावनात्मक प्रस्तुति."महाशिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें" आभार मासूम बच्चियों के प्रति यौन अपराध के लिए आधुनिक महिलाएं कितनी जिम्मेदार? रत्ती भर भी नहीं . .महिलाओं के लिए एक नयी सौगात WOMAN ABOUT MAN
ReplyDeletewaah bahut khub----
ReplyDeleteaagrah hai aap bhi mere blog main sammlit hon
aabhar
kuchh dino se baar baar ghar se bahar aana jana hone ke karan blog par vilamb se hun....... samay nikal kar aap dono ke post tak pachunchti hun......aabhar aapke blog ka anusaran karungi .......
ReplyDeleteवाह वाह क्या बात है |
ReplyDeleteसुन्दर अभिव्यक्ति.....
ReplyDelete